इश्क अधूरा होता है इसलिए रब भी रोता है
यार कहो ना प्यार है रब से भी सच्चा मेरा यार है
मे हू खूबसूरत सी बाला अब डाल दे गले मे प्यार की माला
मेरे दिल के राजा अब शादी का बाजा ले कर आजा
क्यूँ आवारा बनकर फिरते हो जिसे फुर्सत नहीं उस पर क्यूँ मरते हो
सब से खूबसूरत लगता मेरा यार है क्या ये मेरा पहला प्यार है
इश्क वो यार है जिसमें जीवन के हर पल से होता प्यार है
जब हाथों में हो हमसफर का हाथ तब प्यारा लगता है जिन्दगी का साथ
गम मत मनाओ उसके चले जाने का, उसे इंतजार है तुमसे बेहतर पाने का
गम भुलाने के लिए दिवाली का मत करो इन्तजार, हर दिन और हर पल करो एक खुशी का इकरार
किसी भी एहसास के आगे बेइंतिहा मत लगाना, किसी भी रिश्ते में कदम हद से ज्यादा मत बड़ाना
ना जाने कब आएगा वो पहर, जब खुशी की धुन मे गुजेंगा मेरा शहर
नहीं है मेरे पास करोड़ो का धन, मगर खुश हू की पास है एक खूबसूरत मन
जो नहीं होते करीब, ना जाने वो कब बन जाते हैं नसीब
थोड़ा सा कम हो जाए जिम्मेदारी का कर्ज तो चुका लू अपने मानव होने का कर्ज
मेरे रब इस काबिल बना खाली ना जाए कोई मेरे दर से, गमो का बादल हटा लू हर बेसहारा और अनाथ के सर से
कैसे चुन ली परायी बाहो को, नहीं भूल सकती उन गलत राहो को
जरूरत के वक्त किसी ने साथ नहीं दिया, जब डूब रही थी किसी ने हाथ नहीं दिया
काश दिया होता मेरे अपनों ने साथ तो थाम लेती उन अनाथों का हाथ
घर की याद बोहत सताती है, हसते लबो को रुलाती है
मेरे आंचल पर लगा के दाग, अब वो गुलाब ढूंढ रहा है नया बाग