शायद और भी कुछ पा लेते हम, पर हम तो थोड़े में ही सिमट के रह गए..!
ख़ुशियाँ भी तो थी जिन्दगी में , पर गम गिनते रह गये हम..!
गुजरा हुआ कल बन जाऊंगा मैं भी एक दिन तुम्हारा....फिर वापस कभी नहीं पावोगे तुम हमें..!
दिल उसपे ही मरता है आज भी उसका इंतजार करता है
दिल उसे याद कर रहा है उसके लिए अक्श बह रहा है
इशक वो सूर है जिसमे सादगी भी लगती नूर है
किसी से दूर किया, तो किसी के पास भी लाया ये वक्त.....फिर क्यूँ दोष दूँ मैं उन बीते समय को.!
भुलकेभी भुला नही सकते उन लम्होंको जो गुजर गये,याद तेरी पिछे रह गयी हम आगे निकल पडे|
तुम्हारे साथ गुजारे हुए उन पलोंको भुलना मुश्किल ही नही ना मुमकिन है|
नाराज़ होने का हक़ मुझे नहीं है क्या....!, ये एकतरफ़ा हक मिला कहाँ से तुम्हें....?
उँजाले में मिल ही जायेगा कोई न कोई साथ देने वाला, पर अन्धेरे में जो चल सके ऐसा साथी चाहिए.!
जब रिश्ता टूटता है तो धड़कन का दामन छूटता है
मेरे कपड़ो के साथ उनके एहसास बदलते है हर रात नया चेहरा देखते ही पुराने प्यार को भूलते हैं
Please मुझे माफ कर दो, अपने दिल के दाग को साफ कर दो
कभी मत तोडो अपने ख्वाब ये सोच के की सामने से भी प्यार मिलेगा इतना प्यार करो उनको की वो खुशी से आपके लिए अपने ख्वाब छोड़ेगा
कहा हम मे कोई बात है आज भी एक ख्वाब को देखती मेरी हर रात है
शादिके बाद घर बसाते हो झगडेसे उसे क्यों उजाडते हो?
ना कर किसीके उपर जबरदस्ती, बिगडेगी शायद सालोंकी दोस्ती|
ऐसे घुर घुरके मत देखो मुझे, क्या होता है ये कैसे बताऊ तुझे|
पंछी उडनेसे थकता नही, जानवर शिकारसे रुकता नही, किडे मकोडे मरनेसे डरते नही, मनुष्य ईन सबसे सिखता नही|
दुखके दिन बित जाए, सुखके दिन लौट आए, मनुष्य कभी न रोए, अपना चैन कभी न खोए|