मौत का ज़ोर मुझ पर कितना चलेगा जब मेरा दिल किसी और के सीने में धड़केगा.!
मैं आशिक हूँ! ये ना सोचो कि पागल कोई है, मेरे जज़्बात को वो क्या समझेगा जिसके सीने में दिल नहीं है।
अन्दर से टूट चुका हूँ, मुस्कुराऊँ भी तो कैसे..!
प्यार, एक सीमित भावना का नाम नहीं है.!
उनकी एक झलक से आज भी बिखर जाते हैं कुछ तो है जो उनके पास आते ही अरमान खिल जाते हैं
आज भी ये आँखे मोहब्बत को तलाशती है, कोई तो जलक है जो हमे अपनी और बुलाती है
जिन्दगी तुझे क्या नाम दु , दुख के लिए बदनाम करू या सुख के लिए सलाम दु
आज मेरा एक - एक लब्ज अपनी कीमत वसूलता है, खुशी है उनके दर्द से कुछ तो मिलता है,
सफलता भी अजीब है तानो के शोर को बना देती है बधाईयो का दोर
लेके राम और रहीम का नाम सीद्द करते है ये स्वार्थी लोग अपना काम
इन रिश्तों में दम गुटता है जिनसे हर रोज मेरा तकिया भीगता है
नाम उनका आज भी है याद जिनकी थी हमे भूलने की फरियाद
यकीन करता था मैं तुम पर, पर तुमने तो मुझे यतीम सा बना दिया.!
दर्द जब आँखो से बहता है तो शब्दों का सागर कलम से निकलता है
काम का कर के बहाना मत मारो परायी बेटी को ताना
परायी बेटी को जब ज्यादा करोगे तंग तब वह अपने दिखाएगी रँग
इशक तु अजीब है आज भी सबसे ज्यादा दिल के करीब है
तुझे प्यार करना है मेरा पहला कर्म दुनिया इसलिए अब मुझे बोलती है बेशर्म
दिल और दिमागका बहोत करिबी रिश्ता होता है लेकिन दिमागका फैसला दिल कभी मानताभी नही|
जरुरी नही है की हर चेहरा दिखता वैसाही हो,लोग मुखवटोंमें अलग बर्ताव करते है|
हर प्रेमी युगुल अपने आपको लैला-मजनु या हिर-रांझा समझते है लेकिन वक्त आनेपर ईनके जैसा एक दुसरेके लिये त्याग करना उतना आसान नही होता|