जीवन मे क्रांति नहीं थोड़ी सी शांति चाहिए
आँखे रोती है जब भी मां से दूर जाती है
चिंता ही चिता तक साथ निभाती है
कुछ प्यार भरी बाते करते हैं कुछ हम कहते हैं कुछ तुम्हारी सुनते हैं
गलत को सहना नहीं होता औरत का गहना
स्वस्थ भोजन के साथ अपनाओ योग मिटेगा हर रोग
मेरे ये क़दम बेताब हैं तुम्हारी तरफ भागने को, बस एक इसारा तो देदो, लड़खड़ा रहा हूँ इन राहों पर थोड़ा ही सही पर सहारा तो देदो.!
दिल कहता है बहकने को अब सम्भाले सम्भलता नहीं है, ज़ोर चल रहा है किसी का मेरे दिल पर ये समझाने पर भी समझता नहीं है.!
एक खुशी की तलाश है आज भी उस एक ख्वाब की आश है
नजरिये की बात है जनाब कभी जिन्दगी मोत से पहले मार देती है तो कभी जीत के पहले हार देती है
समय इंसान को मजबूर करता जरूर है पर हर परिस्थिति से दृण हो कर लड़ना मुझे मंजूर है.!
तेरा इन्तजार भी मैं कुछ इस तरह करता हूँ कि तेरी साँस के साथ ही मैं अपनी हर साँस भरता हूँ.!
हर कली खिल कर फूल बनती है जरूर, फिर भी फूल से ज्यादा है कली ही मसहूर.!
आ मेरे साथ चल तू गुमशुदा गली में.....
ये खुशी है सबसे खास जो हर पल रहती है ख्वाबों के पास
इन शब्दों को अब विराम देते हैं इस ख्वाब की दुनिया मे आराम करते हैं
हर ख्वाब बना जूठा है क्यूँ रब तू मुझ से रूठा है
रब तू सच्चा है सबका करता अच्छा है
मेरे इन्तजार मे आज भी कोई भूखा है मेरी आश में प्यास से गला सूखा है
आँखे भीगती है आज भी जब उनकी तस्वीर दिखती है
कोई मेरा इन्तजार कर रहा है बिन बोले अपनी मोहब्बत का इकरार कर रहा है