तैयार है झुकाने को सिर अगर वो सनम चलाए मोहब्बत का तीर
अकेलेपन से होने लगा है प्यार, मेरा अपना साया हो गया है मेरा यार
शब्दों से अपना दर्द पन्नों पर उतारती हू बिन बोले अपना दर्द बाटती हू
मर्यादा के पैमाने से मेरे सपनो को कम मत आंक, मेरे संघर्ष का हर पल बताता है में कितनी हु पाक
तुम बोलो तो ये दुनिया छोड़ दु अपनी ही धड़कन से रिश्ता तोड़ दु
इस दिल पे दस्तख़ प्यार की फिर से अब होने है लगी, चाहत मेरी मेरे बस में थी अब किसी की होने लगी...
बार-बार इग्नोर करे तूं इतना भाव क्यूँ खाती है, अरे पटना है तो जल्दी से पट नहीं तो देशी दारु अभी भी यूपी में आती है.!
देख छोरी तेरे होने न होने से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, अरे हम तो चैनल भी "Life OK" देखा करते हैं.!
ये तुम्हारे लिए नया होगा पर हमने तो ये खेल बहुत बार खेला है,,, तूँ जिसके दम पे कूद रहा बेटे वो एक समय का मेरा चेला है.!
मैं तुम्हारी तरह date नही गिनता, बल्कि हर date के साथ uptate होता रहता हूँ..!
तु मेरा यार है जिस से हर गम बाट सकू वो दिलदार है
ये जितनी भी अकड़ भरी है तेरे अन्दर, एक बात जान ले इससे मेरा एक परसैन्ट भी घाटा नहीं है.!
मेरे कैरेक्टर पर सक ना कर, तेरे चेहरे से तो साफ-सुथरा है मेरा कैरेक्टर..!
अपने काम में व्यस्त हू इसलिए मस्त हू
दुर रहनेसे रिश्ते टुटते नही, उल्टा ज्यादा मजबुत हो जाते है|
हार - जित है एक आम जिंदगी, दुर रखना सदा मनसे यह गंदगी|
हर चाहत देखी सुंदर, सारे अरमान घरके अंदर, हर खुशी मिले निरंतर, वोही है मुकद्दरका सिकंदर|
मोहब्बत मे मासूमियत का वास होता है शायद इसलिए मोहब्बत का दूसरा नाम इबादत होता है
ये इशारे इजहार है मोहब्बत है या कोई शरारत है
ऐसा क्या है हम में की आप शरारत कर रहे हो क्या इरादे है आपके की इजाजत मांग रहे हो
तूँ माने या ना माने मेरे यारा पर मैंने तुझे रब माना है.....