कुछ भी इतना कठिन तो नहीं कि मैं उसे कर ना सकूँ..!
तज़ुर्बे के साथ लिया गया निर्णय जरूरी नहीं कि हर बार सही ही हो क्योंकि परिस्थितियाँ समय के साथ बदलती रहती हैं।
जिसे तू इतराना कहती है वो तेरे इश्क़ का ही तो गुरुर है...!
किसी से बड़ा नहीं हूँ मैं और ना हीं किसी से छोटा हूँ..!
पाप का त्याग ही मोक्ष का एक मात्र साधन है।
दुर्दशा से बेहतर है मौत..!
किसी के होने ना होने से अब मुझे फर्क नहीं पड़ता...!
वक्त की ठोकर उन्हें बताएगी क्या खोया है उन्होंने हमे खोकर एक रात उनकी भी दर्द से गुजरेगी आँसूओ के साथ सोकर
दूसरो की चाह में खुद से ही दूर हो चले हैं और इस भीड़ मे आज लगता है हम अकेले ही भले थे
उम्मीदे ही गम देती है मेरी पलकों को नम कर देती है
ढुंढता है सारा जमाना एक शुकून का बहाना
प्यार तुझसे नहीं तेरी मासूमियत से था और तूँ मुझे ही रौब दिखा रही है.!
किसी के होने से जहाँ को देखने का नज़रिया ही बदल गया, जो खोया था हमने कभी वो एक पल में मिल गया.!
शायद हल मुझे मिले ना मिले पर प्रश्न तो तुझसे करता ही रहूंगा जिन्दगी..!
कुछ कमियाँ उसमे भी थी और कुछ खामियाँ मुझमें भी, फिर वक्त ने गुनाहगार सिर्फ़ मुझे ही क्यूँ बनाया.?
अन्जान था मैं अपनी ही पहचान से.....
ख़ुदा बस एक करम कर दे मुझ पर- 'किसी का दिल मेरी वजह से दुखे ना'.!
बातें कई बार हम समझते हुए भी नासमझि कर देते हैं, ये पागलपन है या कुछ अलग करने की कोशिश.!!!
सच कहूं तो जिस पल मैं सबसे ज़्यादा डर गया था वो पल मेरी जिन्दगी का सबसे हसीन और निर्णायक निकला.!
समय कहाँ इंतजार करता है किसी का, साथ चलो तो सारा जहाँ है, नहीं तो आंसू पोछने वाला भी कहाँ है.!
उम्मीद तो मिल ही जाती है, अगर चाहत जिन्दा रखो तो।