ऊन अनाथ बच्चों के लिए कुछ करना है भगवान जी उनके पेट के लिए थोड़ा सा कमाना है
मोहब्बत में गम भी अजीब है हर वक्त आखे रहती नम है
बता दो वो बाजार जहा मिलती है हिम्मत, क्यूँ सिर्फ दो पल के लिए बरसती है मुझ पे खुदा की रहमत
कभी रुक कर भी देखो साथ चलता है कौन, भीड़ का साथ देने से क्या फायदा.!
गमों की बारिश हो जाने ही दो, इस तपिश में मुझे खो जाने ही दो, देखता हूँ ताकत कितनी होती है दर्द में, मुझे भी अपना ज़ोर आजमाने तो दो.!
लड़ना हमारी जब नियती ही बनी, क्या फर्क पड़ता एक हों या जखीरों से.!
पथ मेरा क्या रोकेगा ये वक्त दुनियाँ के विकट अवरोधों से, मैं हूँ वो पंथी जो चलता ही जाए गम हो या ख़ुसी के बिछौनों पे.!
दो पल की खुशी जीवन भर के गम से ज्यादा बुरी होती है
बनाने वाले ने मोहब्बत बनायी क्यूँ है, होता है दर्द तड़पाती ये जुदाई क्यूँ है.!
Mera hak nahi tujhpe pehle kisi or ka hai, leni nahi baddua uski jiska dil tune tod dia hai.
Meri ijjat se bada tera pyaar nahi ho sakta.
प्रभु जब आप लाए हो खुशी के करीब तो खुशी वाला नसीब भी देना
कहा इल्म है उन्हें की वह हमे गवा बेठे है उन्हें लगता है हम उनसे बेवजह रूठे है
जो गुरुर से देखता था अपना बदन एक दिन उसका गुरूर भी मिट्टी में होता है दफन
मत दोष दो जिन्दगी को हर बार मोका देती है जिन्दगी सबको एक बार
वक्त ने जकड़ रखा है मेरे कदमों को वर्ना किसी की औक़ात दिखाने का मादा हम भी रखते हैं.!
दुःखी नहीं हूं मैं तुम्हारे जाने से क्योंकि सच तो मुझे पता ही था, बस दो पल की खुसी के लिए जान बूझकर खुद को बेवकूफ़ बनाता रहा.!
माना लोग बदलते हैं पर इतना जल्दी, आज देख भी लिया.!
कोई मेरा हो रहा है या मैं किसी का हो रहा हूँ पर जो भी है ख़ुश हूँ मैं ....
मैं जैसे पल हूँ बेचैनियों का और तुम मेरी आराम हो, कैसे बताऊं मैं तुम्हे तुम मेरे लिए कितनी ख़ास हो....
तुम मेरी मुस्कान हो जान और अभिमान हो, जिन्दगी क्या मौत के बाद भी जो रहे वो पहचान हो...