कैसा है यह दोर, मेरे ख्वाबों को छोड़ने का हर तरफ है शोर
आँखे तब भीगती है जब मेरे अधूरे ख्वाब की तस्वीर दिखती है
जिद करना भी अच्छा है जिद से ही अधूरा ख्वाब बनता सच्चा है
जिन्दगी के कीमती आँठ घंटे सोने में मत खोना
अपना कर देखो किताब से बड़ा कोई खिताब नहीं होता
जीवन मे कुछ करना है, हर पल संघर्ष की आंग में जलना है
जीवन मे कुछ करना है, हर पल संघर्ष की आंग में जलना है
जीवन मे कुछ करना है तो हर पल संघर्ष की आंग में जलना है
हर बेटी दर्द की कहानी हे, पिता के घर में जो थी रानी वो पति के घर में बहाती पानी है
जीस रेत पर नाम लिखा था वो भी नहीं भूलेगी हमारी शख्सियत , कभी पलट लेना यादों की किताब हर लम्हा बताएगा मेरे प्यार की वसीयत
शुकून मिलता है जब किसी गैर को पूछते है हम खेर
नहीं उम्मीद है उनसे किसी शराफत की हर रात ख्वाब मे वो करते है शरारत
मे आज भी अधूरी रात हू उनकी अनकही सी बात हू
जो पहले लगता था अजीब ना जाने वो कब आया दिल के करीब
उम्मीद है सुनहरा पल ले कर आये मेरा आने वाला कल
एक ही ख्वाहिश है हर लम्हा मेरे दूखो की करता फरमाईश है
Aaj Kal ke rishte kaha itne sache Hain, hum single hi ache Hain....!!!
माना अंत तक नहीं चल पाये थे मगर हम कायर नहीं कहलायेंगे, जो निशां पैरों के हमनें छोड़े हैं वो कुछ को तो मन्जिल तक जरूर ले जायेंगें.!
प्यार किसी को भी ऐसा कुछ भी करने के लिए नहीं कहता,, जिससे की इन्सानियत शर्मसार हो.!
कभी-कभी गलत फ़हमियों को इन्सान अपनी तकदीर मान लेता है, और बाद में सिवाय पछताने के उसके पास कुछ भी नहीं बचता.!
बड़ा अजीब है ये प्यार..! ये जानते हुए भी की वो अब नहीं लौटने वाली फिर भी उसका इन्तजार रहता है........